बुर्ज खलीफा का दीदार दरभंगा में! माता वैष्णो देवी देंगी भक्तों को आशीर्वचन

बुर्ज खलीफा का दीदार दरभंगा में! माता वैष्णो देवी देंगी भक्तों को आशीर्वचन

हैरान न हों दरभंगा में फिर आया है नए कलेवर के साथ फन वर्ल्ड डिजनीलैंड मेला

संजय मिश्र
दरभंगा

जीवन की कश्मकश से थक गए हों .. आउटिंग के लिए दिल में इच्छा जागी है .. और समय की कमी है तो आपके लिए आया है .. आपके अपने नगर दरभंगा में फन वर्ल्ड डिजनीलैंड मेला घूम आने का अवसर. लोकेशन लाजवाब. बीच नगर .. डीएमसीएच के मेडिकल ग्राउंड में.

जी हां .. डिजनीलैंड शब्द कान में पड़ते ही देश विदेश की सैर करने वाले मचल से जाते. हॉलीवुड का सपने सा दिखने वाली वो हसीन दुनिया आपके आंखों में तैरने लगती. बंबई में जब अपना डिजनीलैंड बना तो देश के पर्यटक खिंचे चले आए. यह हॉट पर्यटक स्थल बना जहां चार्म, रंगीनी और गति का संयोजन तरंगित करता. अन्य नगरों की तरह सोमवार से दरभंगा में डिजनीलैंड मेले की धूम मचेगी.

जानते होंगे .. पहले भी .. इसी साल दरभंगा में फन वर्ल्ड डिजनीलैंड मेला लगा था. लेकिन इस बार बहुत कुछ नया है. तैयारी ऐसी है कि एक ही परिसर में दुबई की चमचमाती बुर्ज खलीफा का दिग्दर्शन होगा तो मिलेगा माता वैष्णो देवी के मंदिर में अवस्थित देवी का आशीर्वाद. बेशक, मेला है तो इनकी स्ट्रक्चर ही बनी है .. लेकिन मेले की रंगीनी और माया जाल में आप खो से जाएंगे. बगैर घूमे आपका दिल नहीं मानेगा.

शुक्रवार को मेले का उद्घाटन करने आए विधायक मुरारी मोहन झा ने कहा कि इंडिया के लोग उत्सवी संस्कृति में विश्वास करते. आधुनिक जीवन शैली के अनुरूप मनोरंजन के साधन भी चाहिए. लेकिन दौड़ती भागती जिंदगी में हमेशा वक्त निकालना मुश्किल होता है. ऐसे में फन वर्ल्ड डिजनीलैंड मेले जैसा विकल्प उन्हें आकर्षित करता है. खास बात है कि इस मेले का लोकेशन अनुकूल है.

आयोजक प्रदीप मिश्र ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रशासन से विशेष आदेश लिया गया है. सुरक्षा के खास इंतजाम हैं. प्रदीप ने बताया कि मेले में तरह तरह के झूले लगे हैं. ड्रैगन झूला और बिहार का सबसे बड़ा और ऊंचा 30 चेयर ज्वाइंट बिल झूला आनंद लेने वालों का इंतजार कर रहा है. खरीदारी करनी है तो अनेक दुकानें सजी हैं. बिक्री के लिए विभिन्न राज्यों की सामग्री के स्टॉल हैं.

माहौल दिल चुराने वाला है. मचलते बच्चे .. धड़कते दिल की आगोश में लिपटे किशोर .. महिलाएं और पुरुष. ऐसा नजारा देख पैरेंट्स भी दिल ही दिल फिर से बचपन के दिनों की स्मृति में चले जाना चाहेंगे.

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