स्थानीय प्रतिनिधि ही कर सकते हैं क्षेत्र का विकास- नीतीश प्रभाकर चौधरी

 

संजय मिश्र
दरभंगा। जिले में राजनीतिक तापमान चढ़ने लगा है. वर्ष 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव खातिर जोर आजमाइश शुरू है. अलीनगर सीट के लिए नीतीश प्रभाकर चौधरी का जनसंपर्क अभियान शुरू हो गया है. उन्होंने दरभंगा में दावा किया कि जनता की ख्वाहिश है कि उनके पिता की निश्छल और निःस्वार्थ राजनीतिक विरासत को जारी रखा जाए. क्षेत्र के नागरिकों की इस मनोभावना की इज्जत करना फर्ज है.

रविवार को अभियान से समय निकाल दरभंगा के एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश प्रभाकर चौधरी ने अपनी मंशा जाहिर की. उन्होंने कहा कि उनके पिता प्रभाकर चौधरी सबके दिलों में बसते थे. उनकी विराट विरासत का अनुकरण करने की चेष्टा रहेगी. स्थानीय सेवक की अभिलाषा लोगों में जोर मार रही है.

असल में उनके पिता प्रभाकर चौधरी ने जेडीयू की तरफ से मनीगाछी विधासभा सीट का प्रतिनिधित्व किया. लेकिन परिसीमन में मनीगाछी से अलीनगर विधानसभा सीट अस्तित्व में आ गया. नीतीश ने पत्रकारों से कहा कि जनता की आकांक्षा को समझना, समर्थकों का मनोबल बढ़ाना और उनकी अपेक्षाओं को जानना अभियान का लक्ष्य है.

नीतीश प्रभाकर ने दावा किया कि पार्टी उन्हें टिकट दे तो वे अलीनगर सीट जेडीयू की झोली में देंगे. उन्होंने कहा कि विकास अनवरत प्रक्रिया है. जितना हुआ है उससे अधिक करके दिखाएंगे. उन्होंने खास तौर पर अलीनगर विधानसभा क्षेत्र में मवेशी अस्पताल, तकनीकी शिक्षा केंद्र की स्थापना और लगमा ब्रह्मचर्य आश्रम को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उसे सशक्त शिक्षा केंद्र में बदलने का वादा किया.

अभी अलीनगर सीट बीजेपी के पास है. अब्दुल बारी सिद्दीकी का इस क्षेत्र से संबंध है.