सरकारी घोषणा के बावजूद कोसी बाढ़ पीड़ितों को राहत नहीं, झेल रहे विकराल समस्याएं

सरकारी घोषणा के बावजूद कोसी बाढ़ पीड़ितों को राहत नहीं, झेल रहे विकराल समस्याएं

सरकारी घोषणा के बावजूद कोसी बाढ़ पीड़ितों को राहत नहीं, झेल रहे विकराल समस्याएं

डीएम ने कहा छूटे हुए पीड़ितों को जल्द मिलेगी बाढ़ राहत राशि

संजय मिश्र
दरभंगा

फोटो सेशन का दौर थम सा गया है. दरभंगा जिले के कोसी बाढ़ त्रासदी के मारे लोगों की पीड़ा कम होने का नाम नहीं ले रही. नाम कमा लेने वालों के कल्लरखाने बंद हो चुके हैं. बड़े सार्वजनिक चेहरों का राहत पर्यटन ओझल होते ही स्थानीय सरकारी अमले की मनमानी कोसी के रौद्र बेग से प्रतियोगिता कर रही है. अब वही सरकार हैं लिहाजा अदा ऐसी मानो पीड़ितों को जो टुकड़े फेक दें उसे ही अहसान मान लें लोग.

यह दास्तान किरतपुर प्रखण्ड का है. अधिकारियों की मनमानी से आहत स्थानीय जन प्रतिनिधि बेचारे महसूस कर रहे हैं. अब और नहीं सहेंगे के मनोभाव से लथ पथ मुखिया संघ के सदस्य जुम्मे के दिन दरभंगा डीएम से मिलने आ गए. हकीकत बयां की और उनसे निज पहल की गुजारिश की. डीएम से ही पूछा बाढ़ राहत से वंचित लोगों को राहत कैसे मिले?

मुखिया संघ के किरतपुर प्रखण्ड के प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्षता जमालपुर के मुखिया अफजाल अली खान ने किया. उन्होंने बताया कि पिछले महीने कोसी नदी का पश्चिमी तटबंध टूट जाने के बाद प्रखंड क्षेत्र के लोगो के बीच भुखमरी की स्थिति है. सरकार के द्वारा दी जाने वाली राहत से क्षेत्र के बड़े हिस्से के लोग वंचित हैं. सीएम की घोषणा के तहत सरकार के द्वारा दी जाने वाली 7 हजार के राशि के लिए प्रखंड स्तर से एक लिस्ट तैयार किया गया. जिसमें अंचल प्रशासन के द्वारा सही लोगों का नाम छोड़ दिया गया है. जितने लोगों का नाम भेजा भी गया उसमें से लगभग आधे पीड़ितों के बैंक खाते में पैसा नहीं आया है.

समस्याएं विकट हैं. किसानों को सरकार के द्वारा फसल क्षति मिलना था जिसका पोर्टल बंद कर दिया गया है. जिसके कारण किसान प्रखंड का चक्कर लगा रहे हैं पर अधिकारी सुनते ही नहीं. बाढ़ आपदा के कारण हजारों परिवार बेघर हैं. जिसमें से आधे अधूरे लोगों को मुआवजा दिया गया. जबकि सैकड़ों परिवार अभी भी वंचित हैं. बाढ़ के कारण क्षेत्र के आधे से अधिक शौचालय टूट गए. लोग खुले में शौच करने को विवश हैं. नतीजतन महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है. बाढ़ के कारण क्षेत्र की अधिकतर सड़कें टूट गई. आवागमन दुरूह है.

मौके पर उपस्थित प्रखंड प्रमुख ने डीएम से कहा कि प्रखंड प्रशासन ने प्रखंड प्रमुख कार्यालय को कब्जा कर लिया है. साथ ही प्रखंड विकास पदाधिकारी की भी शिकायत की. कहा कि बीडीओ जन प्रतिनिधि का उचित सम्मान नहीं करते हैं.

मामले की गंभीरता के संबंध में डीएम राजीव रौशन ने बताया कि किरतपुर मुखिया संघ का प्रतिनिधि मंडल ने उनसे मुलाकात कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया. समस्याएं मानवीय संवेदना से जुड़ी हैं और जायज हैं. जल्द ही सभी मांगे पूरी की जायेगी. प्रमुख को जल्द कार्यालय उपलब्ध करवाई जाएगी. डीएम ने कहा कि बीडीओ के आचरण की जांच के लिए कमिटी गठित की जा रही है.

मौके पर संघ अध्यक्ष प्रतिनिधि बबन यादव, उपाध्यक्ष फेकन कामती, मुखिया अफजाल अली खान, आदिल, नरेश यादव, नसीम, प्रदीप यादव, रामप्रसाद सदा, कैलू सदा, प्रखंड प्रमुख रणजीत यादव, पंचायत समिति सदस्य गौरी शंकर पासवान, गुलाम रसूल, भिखो राजा, बबीता देवी समेत अन्य जन प्रतिनिधि शामिल थे.

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