रिलायंस और एनविडिया का ए आई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के लिए हुआ करार

रिलायंस और एनविडिया का ए आई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के लिए हुआ करार

रिलायंस और एनविडिया का ए आई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के लिए हुआ करार

मुकेश अंबानी और जेनसेंग हुआंग ने की घोषणा, इंडिया में तैयार होगा एआई का मूलभूत ढांचा

संजय मिश्र
दरभंगा

गुरुवार 24 अक्तूबर 2024 को मुंबई में ए आई यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र की ग्लोबल कंपनी एनविडिया के प्रमुख जेनसेंग हुआंग और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने घोषणा की है कि दोनों कंपनियों ने इंडिया में एआई लाने के लिए एक करार किया है। दोनों ने यह घोषणा मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में की। यहां 23 से 25 अक्तूबर तक ‘एनविडिया समिट इंडिया’ कार्यक्रम चल रहा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो अब दुनिया की सबसे बड़ी डेटा कंपनी बन चुकी है। एनविडिया के फाउंडर और सीईओ जेनसन हुआंग ने ऐलान किया कि रिलायंस और एनविडिया मिलकर भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहे हैं। यह साझेदारी इंडिया को एआई के क्षेत्र में एक अग्रणी देश बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

जेनसेंग हुआंग का स्वागत करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि इंडिया के बड़े सपनों और पीएम मोदी के विजन के चलते देश अब डिजिटल क्रांति के नए युग में प्रवेश कर रहा है। एनविडिया के फाउंडर और सीईओ जेन्सन हुआंग ने इंडिया को डीप टेक्नोलॉजी हब बनाने में मुकेश अंबानी के प्रयासों की सराहना की। हुआंग ने इंडिया के आई टी क्षेत्र की क्षमता की प्रशंसा करते हुए कहा, “दुनिया में बहुत कम देश हैं जहाँ कंप्यूटर साइंस और आईटी के क्षेत्र में इतने सारे प्रशिक्षित लोग हैं।” जेनसन हुआंग ने कहा,”यह एक असाधारण समय है, जहां इंडिया के पास बड़ी संख्या में कंप्यूटर इंजीनियर और एक विशाल जनसंख्या है। हमारी साझेदारी बेहद फलदाई होगी।

मुकेश अंबानी ने जेनसेंग से बातचीत में कहा कि हमें यह ध्यान रखना है कि न केवल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का लाभ हर नागरिक तक पहुँचे बल्कि वो सस्ता भी हो। मुकेश अंबानी ने कहा कि यह सुनिश्चित करना होगा कि इसके लिए नए फोन या कंप्यूटर की जरूरत न पड़े। इस नई तकनीक को लोगों तक आसानी से पहुँचाना हमारा लक्ष्य है और हमें मिलकर इसे पूरा करना होगा।

मुकेश अंबानी ने कहा कि ए आई एक ज्ञानक्रांति है जिससे वैश्विक समृद्धि का रास्ता खुलता है। इंडिया में युवा की बड़ी आबादी और मोदी के नेतृत्व ने देश को डिजिटल समाज में परिवर्तित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अंबानी ने कहा कि इंडिया तेजी से दुनिया का इनोवेशन हब बनता जा रहा है और यहां दुनिया में सबसे अच्छा डिजिटल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर है।

उन्होंने बताया कि रिलायंस जियो विश्वस्तर पर सबसे बड़ी डेटा कंपनी है। यह पंद्रह सेंट प्रति जीबी की कम लागत पर डेटा प्रदान करती है, जबकि अमेरिका में यह पांच डॉलर प्रति जीबी है। डेटा के बाद अब बारी ए आई की है।

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