दरभंगा।जिले के बहेड़ी के पचास से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन कर रही सेविकाएं हैरान हैं। उन्हें सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना पदाधिकारी) द्वारा शो काउज पूछा गया है। पत्रांक- 5961 से जारी आदेश में सीडीपीओ बहेड़ी ने आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं से 24 घंटे के भीतर पोषाहार क्रय भौचर कार्यालय में जमा करने को कहा है। ऐसा नहीं हुआ तो अगले महीने की पोषाहार की राशि नहीं भेजी जायगी। तथा यह समझा जायेगा कि संबंधित सेविका केंद्र का संचालन करने में सक्षम नहीं हैं। साथ ही इस घोर लापरवाही के लिए मानदेय से कटौती करते हुए सेविका के विरुद्ध कार्रवाई हेतु वरीय पदाधिकारी को लिखित सुचना दी जाएगी।
बहेड़ी की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मीनाक्षी प्रभा के बड़ा बाबू के सिग्नेचर से पत्र जारी कर आंगनवाड़ी सेविका केंद्र संख्या- 2, 10, 12, 14,15, 23, 39, 49, 66, 68, 69, 70, 75, 87, 89, 90, 91, 92, 95, 97, 106, 107, 110, 126, 132, 147, 148, 158, 160, 164, 176, 177, 186, 190, 191, 193, 195, 196, 203, 208, 216, 226, 237, 245, 249, 250, 254, 268, 279, 291, 293, 294, 298, 299, 323, 327, 332, 335, 337 की सेविका से स्पष्टीकरण पूछा है।
स्पष्टीकरण अगस्त और सितंबर के भौचर से संबंधित है। पत्र के अनुसार पोषाहार क्रय भौचर समय से कार्यालय में जमा नहीं करने को लेकर स्पष्टीकरण पूछा गया है। सवाल उठता है कि जब पोषाहार क्रय भौचर कार्यालय में जमा नही किया गया तो किस आधार पर पोषाहार की राशि भेज दी गई।और जिन्हेंने समय पर वाउचर जमा कर दिया है उनका पोषाहार की राशि क्यों नही भेजा गया।
पत्र में सीडीपीओ बहेड़ी ने चेतावनी भरे लहजे में लिखा है कि सेविकाओं को कई बार मौखिक एवं लिखित रूप से ससमय क्रय भौचर संबंधित महिला पर्यवेक्षिका के पास जमा करने हेतु निदेशित किया जाता रहा है परन्तु इन सेविकाओं द्वारा अभी तक माह अगस्त एवं सितम्बर का क्रय भौचर जमा नहीं किया गया है। जो कि वित्तीय अनियमितता एवं वरीय पदाधिकारी के निदेश का उल्लंघन है। यह स्वेच्छाचारिता एवं कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही को दर्शाता है।
आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 249 कि सेविका ऋतु भारती ने बताया कि मैंने 10 अगस्त और 10 सितम्बर 2024 को ही वाउचर जमा कर दिया है बाबजूद स्पष्टीकरण उन सेविकाओं को भी पहुंच गया जिन्होंने दोनों महीनों का भौचर जमा कर दिया था। पत्र से यह स्पष्ट होता है कि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कहीं अपनी लापरवाही छुपाने के लिए तो नहीं आंगनबाड़ी सेविका पर ठीकरा फोड़ रही हैं ?