अब सवर्णों द्वारा होगा भारत बंद, क्योंकि सबसे अधिक सवर्णों का ही होता है सरकारी समाजिक शोषण : – सवर्ण मोर्चा

अब सवर्णों द्वारा होगा भारत बंद, क्योंकि सबसे अधिक सवर्णों का ही होता है सरकारी समाजिक शोषण : – सवर्ण मोर्चा

दरभंगा। अखिल भारतीय सवर्ण मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह ने देशभर के सवर्णों (समान्य वर्ग) पर केंद्र एवं सभी राज्यों की सरकारों द्वारा सुनियोजित तरिके से किए जा रहे शोषण और कानूनी भेदभाव के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी को सूचित करते हुए भारत बंद करने की बात कही। जिस भारत बंद के तिथि को तीन दिनों के अंदर सवर्ण मोर्चा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के वार्ता के बाद घोषित कर दिया जाएगा। सवर्ण मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा की भारत के निर्माण में सबसे ज्यादा योगदान देश के सवर्णों का है। भारत के सभी बाहरी और आंतरिक आक्रमण अतिक्रमण से बचाने में सबसे ज्यादा योगदान सवर्णों ने ही दिया है। आजादी दिलाने के लड़ाई में सबसे ज्यादा बलिदान और योगदान सवर्णों का ही है। यह वामपंथी इतिहासकारों ने भी स्वीकारा है। आजादी के बाद अपने सभी रियासत राजघराने और जमीनदारी तक को देशहित में सवर्णों ने ही लगा दिया। महाविद्यालय, विद्यालय, अस्पताल,सरकारी कार्यालयों तक के लिए सवर्णों ने अपने भविष्य के बच्चों का हिस्सा छिनकर देश को दे दिया। आजादी के बाद भी सीमा सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा में सबसे ज्यादा बलिदान सवर्णों का ही है। इसके बावजूद देश के परम राष्ट्रभक्त, मानवतावादी, विकासवादी सवर्णों को देश के कानून और योजनाओं में आज तक बराबरी का हक अधिकार नहीं दिया गया। देश के सवर्णों को हर स्तर पर सरकारों द्वारा भेदभाव किया जाता है। हमारे बच्चों के मेहनत परिश्रम टैलेंट पर साजिश पूर्वक कानून चाकू चलाकर इसे बर्बाद किया जा रहा है। शिक्षा, रोजगार, आवास, समाजिक सुरक्षा और समाजिक विकास के परम आवश्यक विषयों पर भारी भेदभाव लगातार जारी है। अतः देश के संविधान में सबको बराबरी का हक अधिकार देने की बात है तो देश के सवर्णों को भी दलितों पिछड़ों आदिवासियों की तरह प्रत्येक क्षेत्र में बराबरी का कानून और योजना हमे देना होगा। अखिल भारतीय सवर्ण मोर्चा देश के सवर्णों को न्याय दिलाने के इन्ही विशेष मांगों को लेकर भारत बंद करने की घोषणा करता है।

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