प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी अनुराग तिवारी ने विवि थानाध्यक्ष को शोकॉज का जवाब देने के लिए एक और दिन की मोहलत दी है। मामला राज दरभंगा के कामेश्वर रिलीजियस ट्रस्ट के करोड़ों के जेवरात को कथित रूप से गलत तरीके से बेचे जाने से संबंधित है। इस मामले में विवि थाने की पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा था, जिन्हें बाद में बॉन्ड पर छोड़ दिया गया। इस पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी ने विवि थानाध्यक्ष से शोकॉज किया था। इसका जवाब देने के लिए सोमवार को विवि थानाध्यक्ष कोर्ट में सदेह उपस्थित हुए। उन्होंने विभिन्न कारणों से शोकॉज का जवाब देने के लिए न्यायालय से एक दिन की मोहलत मांगी। इस पर न्यायालय ने 20 फरवरी को सदेह उपस्थित होकर जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है। न्यायालय ने शोकॉज नोटिस में पुलिस अधिकारी से यह जवाब मांगा है कि इस मामले के आरोपितों को किस परिस्थिति में गिरफ्तारी के बाद दफा 409 के आरोप के बावजूद बॉन्ड पर मुक्त किया गया।